एशियाई खेलों की तैयारियों के सिलसिले में आयोजित गये मैत्री मैचों के जरिये भारत और पाकिस्तान के बीच फुटबाल के मैदान प्रतिद्वंद्विता रविवार से देखने को मिलेगी। इन दोनों टीमों के बीच नौ साल बाद इस तरह की श्रृंखला खेली जाएगी। इससे पहले 2005 में भारत ने पाकिस्तान का दौरा करके तीन मैचों की श्रृंखला खेली थी।
इन दोनों की अंडर 23 टीमों के बीच पहला मैच कल और दूसरा मैत्री मैच 20 अगस्त को खेला जाएगा।
भारत ने इस साल के शुरू में पांच मार्च को अपना आखिरी मैत्री मैच बांग्लादेश के खिलाफ ड्रा खेला था तथा कोच विम कोवरमैन्स पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलूर फुटबाल स्टेडियम में खेले जाने वाले दोनों मैत्री मैचों को जीतने के लिये बेताब होंगे।
भारत का इस मैच में पलड़ा भारी कहा जा सकता है क्योंकि वह फीफा रैंकिंग में 150वें जबकि पाकिस्तान 165वें स्थान पर है लेकिन कोवरमैन्स की टीम किसी तरह की आत्ममुग्धता में नहीं रहना चाहेगी।
कप्तान सुनील छेत्री पहले ही कह चुके हैं कि उनकी टीम इसे एक अन्य मैच की तरह नहीं लेगी।
इस मैत्री श्रृंखला के द्वारा भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों को एशियाई खेलों की अपनी टीमों को आजमाने का मौका मिलेगा। अग्रिम पंक्ति में भारत का दारोमदार छेत्री पर रहेगा
भारतीय टीम के चेक गणराज्य के दौरे के दौरान सभी पांच गोल छेत्री ने नाम रहे है।
पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर उनकी उपस्थिति से विरोधी टीम खौफ में रहेगी जबकि भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा, वही दूसरी तरफ पिछले सत्र की खोज नारायण दास भी आक्रामक फुल बैक हैं और विरोधी खिलाड़ियों को उन्हें छकाना मुश्किल होगा।
कोवरमैन्स चाहेंगे कि उनकी रक्षापंक्ति अच्छा प्रदर्शन करे क्योंकि चेक गणराज्य के दौरे में उसकी कमजोरी साफ नजर आयी थी जिसमें भारत ने तीन मैच में सात गोल खाए थे।
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एशियाई खेलों की तैयारियों के सिलसिले में आयोजित गये मैत्री मैचों के जरिये भारत और पाकिस्तान के बीच फुटबाल के मैदान प्रतिद्वंद्विता रविवार से देखने को मिलेगी। इन दोनों टीमों के बीच नौ साल बाद इस तरह की श्रृंखला खेली जाएगी। इससे पहले 2005 में भारत ने पाकिस्तान का दौरा करके तीन मैचों की श्रृंखला खेली थी।
भारत ने इस साल के शुरू में पांच मार्च को अपना आखिरी मैत्री मैच बांग्लादेश के खिलाफ ड्रा खेला था तथा कोच विम कोवरमैन्स पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलूर फुटबाल स्टेडियम में खेले जाने वाले दोनों मैत्री मैचों को जीतने के लिये बेताब होंगे।
भारत का इस मैच में पलड़ा भारी कहा जा सकता है क्योंकि वह फीफा रैंकिंग में 150वें जबकि पाकिस्तान 165वें स्थान पर है लेकिन कोवरमैन्स की टीम किसी तरह की आत्ममुग्धता में नहीं रहना चाहेगी।
कप्तान सुनील छेत्री पहले ही कह चुके हैं कि उनकी टीम इसे एक अन्य मैच की तरह नहीं लेगी।
इस मैत्री श्रृंखला के द्वारा भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों को एशियाई खेलों की अपनी टीमों को आजमाने का मौका मिलेगा। अग्रिम पंक्ति में भारत का दारोमदार छेत्री पर रहेगा
भारतीय टीम के चेक गणराज्य के दौरे के दौरान सभी पांच गोल छेत्री ने नाम रहे है।
पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर उनकी उपस्थिति से विरोधी टीम खौफ में रहेगी जबकि भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा, वही दूसरी तरफ पिछले सत्र की खोज नारायण दास भी आक्रामक फुल बैक हैं और विरोधी खिलाड़ियों को उन्हें छकाना मुश्किल होगा।
कोवरमैन्स चाहेंगे कि उनकी रक्षापंक्ति अच्छा प्रदर्शन करे क्योंकि चेक गणराज्य के दौरे में उसकी कमजोरी साफ नजर आयी थी जिसमें भारत ने तीन मैच में सात गोल खाए थे।